राह चलते हुए, चाय की दुकान पर मेट्रो की चहलकदमी में या पार्क में टहलते हुए यह प्यार ऐसी चीज है जो कभी भी हो जाता है. प्यार की इसी बिमारी की वजह से लोग इसे सबसे खराब मर्ज कहते हैं. यह प्यार दर्द देता है तो दवा भी खुद ही करता है. बड़ा अजीब है ना. लेकिन क्या करें प्यार एक ऐसी बिमारी है जिससे सभी दूर तो रहना चाहते हैं लेकिन ऐसा कोई नहीं है जो इस बिमारी में पड़ना भी नहीं चाहता. सभी जानते हैं कि यह आग का दरिया है लेकिन इस आग के दरिए में भी सभी नंगे पांव ही चलना चाहते हैं.
खैर जैसा की मैंने कहा कि यह प्यार कभी कहीं भी हो सकता है तो इसलिए जरूरी है कि इस प्यार को महसूस किया जाए. कभी स्कूल के समय में आपको प्यार हुआ है, या फिर ट्यूश्न में किसी लड़की पर क्रश हुआ है. कई बार ऐसा होता है कि हमें प्यार तो हो जाता है लेकिन हम उस प्यार को पहचान नहीं पाते.
प्यार या कहलें आकर्षण.. वह शुरूआत है जो इंसान को एक लंबे समय तक उसके दिल में रुमानी अहसास की तरह रहती है. कई बार लोग यह कह पाते हैं कि उन्हें किससे प्यार है लेकिन बहुत से लोग नहीं कह पाते.
चलिए मुद्दे से ना भटकते हुए हम आते हैं कि यह प्यार कभी भी कहीं भी कैसे हो जाता है? प्यार होने के कुछ फिल्मी और कुछ रियल टाइम सिचुएशन:
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